पाकिस्तान में रविवार को कोरोना मरीजों की संख्या 20 हजार 84 हो गई। यहां 1297 नए केस आए हैं। अब तक 457 मौतें हुई हैं। सबसे ज्यादा 180 मौतें खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुई हैं। कोरोना से मुकाबले में इमरान सरकार कई मोर्चों पर नाकाम रही है। पंजाब प्रांत के हाफिजाबाद स्थित प्रमुख मरकज में क्वारैंटाइन किए गए तब्लीगी जमात के अब तक 72 सदस्य भाग चुके हैं। इन्हें पकड़ने के लिए खुफिया एजेंसी आईएसआई को लगाया गया है।
दूसरी ओर, सेना ने भी कोरोना से मुकाबले के लिए खुद काे आगे कर दिया है। उसने पूरे देश में अपनी छावनियों, हथियार फैक्ट्रियों, बॉर्डर इलाकों जैसे तिब्बत बेल्ट, कश्मीर, गिलगितबालटिस्तान में सख्त लॉकडाउन किया है। इन सभी जगहों पर जवान तैनात किए हैं। सेना के सभी विभागों के कर्मचारियों की छुटि्टयां रद्द कर दी हैं। इसके अलावा देशभर में सरकारी कर्मचारियों की मदद के लिए रिजर्व बल तैनात किया है।
चीनी मेडिकल टीम2 महीने पाकिस्तान में रहेगी
सेना के मेडिकल कोर की मदद के लिए चीनी सेना के मेडिकल एक्सपर्ट बुलाए गए हैं। इन चीनी डॉक्टरों को पाकिस्तान के अस्पतालों में देखा जा सकता है। चीनी मेडिकल टीम का नेतृत्व मेजर जनरल हुआंग किनजेन कर रहे हैं। वह 9 दिन पहले पाकिस्तान आए थे। टीम अगले दो महीने तक पाकिस्तान में रहेगी। टीम में रोग नियंत्रक, आईसीयू एक्सपर्ट और सांस रोग विशेषज्ञ शामिल हैं।
पीएम इमरान को इस्तीफा दे देना चाहिए: विपक्ष
इधर, विपक्ष प्रधानमंत्री इमरान खान पर लगातार दबाव बना रहा है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो का कहना है कि सरकार कोरोना संकट का मुकाबला करने में कमजोर साबित हुई है। पीएम इमरान को इस्तीफा दे देना चाहिए। हालांकि, सरकार का कहना है कि उसने अब तक 2 लाख 3 हजार 25 लोगों के टेस्ट कराए हैं।
सरकार डॉक्टरों कीमांगें पूरी करने में नाकाम रही
पाकिस्तान के डॉक्टर शुरू से ही सुरक्षा उपकरण की कमी से जूझ रहे हैं। चार दिन पहले रावलपिंडी शहर में 26 साल की डॉक्टर की कोरोना से मौत हो गई थी। एक युवा डॉक्टर की मौत ने अन्य हजारों स्वास्थ्य कर्मियों को झकझोर दिया। ये स्वास्थ्यकर्मी शुरू से ही आवश्यक सुरक्षा उपकरणों और सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। सरकार उनकी मांगें पूरी करने में नाकाम रही है।
देश में 444 हेल्थ वर्कर कोरोना पॉजिटिव पाए गए
युवा डॉक्टर की मौत के करीब हफ्तेभर पहले पेशावर में भी एक सीनियर डॉक्टर की मौत कोरोना से हो चुकी है। नेशनल इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक, देश में 444 हेल्थ वर्कर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 216 डॉक्टर, 67 नर्स और 161 अन्य स्वास्थ्य कर्मी हैं। यंग डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. मोहम्मद फजल ने कहा कि ज्यादातर संक्रमित डॉक्टर बेचैन और मनौवैज्ञानिक समस्याओं से ग्रस्त हैं। इसलिए इनकी निगरानी के लिए साइकोलॉजिस्ट रखे गए हैं।
अगले हफ्ते लॉकडाउन में ज्यादा ढील की घोषणा संभव
सरकार अगले हफ्ते लॉकडाउन में ज्यादा ढील की घोषणा कर सकती है। पिछले महीने 21 उद्योग फिर से खोलने की मंजूरी दी गई थी। इनमें सीमेंट, केमिकल, क्रशिंग, फर्टिलाइजर, खनिज, कृषि, कांच, स्टेशनरी उद्योग, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, पेपर और पैकेजिंग यूनिट आदि शामिल हैं।पाक के इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स के मुताबिक कोरोना के कारण देश में 1.80 करोड़ लोगों की जॉब जा सकती है। 7 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे जा सकते हैं।
5 राज्य में 98 फीसदी मामले
- पंजाबः 7794 मामले
- सिंधः 7465 मामले
- खैबर पख्तूनख्वाः 3179 मामले
- बलूचिस्तानः 1172 मामले
- इस्लामाबाद क्षेत्रः 393 मामले
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