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Friday 1 May 2020

कोरोना के दौर में रोबोट टीचर्स, वर्क फ्रॉम होम, डिस्टेंस लर्निंग जैसे ट्रेंड बने जिंदगी का अहम हिस्सा

कोरोना संकट के दौरान लॉकडाउन, क्वारैंटाइन या आइसोलेशन के समय में समाज को गतिशील रखने में रखने में टेक्नोलॉजी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मुताबिक, कोरोना महामारी ने प्रमुख टेक्नोलॉजी ट्रेंड्स को रफ्तार दे दी है। इनमें डिजिटल पेमेंट, टेलीहेल्थ और रोबोटिक्स भी शामिल हैं।कारोबार खुले रहने के बावजूद ये टेक्नोलॉजी संक्रमण को फैलने से रोकने में काम आ रही हैं। ये अन्य खतरों से निपटने के लिए समाज को लचीला बनाने में मदद भी कर रही हैं।

इन 8 प्रमुख ट्रेंड्स से जानिए कि कोरोनावायरस और लॉकडाउन से कैसे हर क्षेत्र में कैसे हो रहा है बदलाव

1 ऑनलाइन शॉपिंग और रोबोट डिलीवरी: 2002 में सार्स ने चीन में ऑनलाइन मार्केटप्लेस में जबरदस्त इजाफा किया। कोरोना ने इसे अगले स्तर पर पहुंचाया है।
2 डिजिटल पेमेंट: करेंसी से वायरस फैलने की संभावना है, इसलिए कार्ड या ई-वॉलेट से कॉन्टैक्टलेस पेमेंट बढ़ा है।
3 क्लाउड टेक्नोलॉजी, वीपीएन: वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ा है। इसमें वीपीएन, इंटरनेट प्रोटोकॉल, वर्चुअल मीटिंग्स, क्लाउड टेक्नोलॉजी बढ़ी है।
4 डिस्टेंस लर्निंग, एआई वाले रोबोट टीचर्स: स्कूल, कॉलेज बंद होने से 191 देशों में करीब 157 करोड़ छात्र घरों में बंद हैं। ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई बढ़ी है। वर्चुअल रियलिटी, एआई टीचर्स का चलन बढ़ा है।
5 टेलीहेल्थ: टेलीहेल्थ संक्रमण नियंत्रित करने का प्रभावी तरीका है। वियरेबल डिवाइस और चैटबोट्स मरीजों के लक्षणों के आधार पर शुरुआती निदान कर रहे हैं।
6एंटरटेनमेंट: फिल्में ऑनलाइन रिलीज हो रही हैं। म्यूजियम वर्चुअल टूर करवा रहे हैं। ऑनलाइन गेमिंग भी बढ़ी।
7 सप्लाई चेन: कोरोना ने सबसे ज्यादा असर ग्लोबल सप्लाई चेन पर डाला है। ऐसे में बिग डाटा, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ब्लॉकचेन जैसी टेक्नोलॉजी सप्लाई चेन मैनेजमेंट सिस्टम में मदद कर रही हैं।
8 3डी प्रिंटिग: सुरक्षा उपकरणों की आपूर्ति पर रोक के झटके को 3डी प्रिंटिंग ने कम किया है। एक ही प्रिंटर कई डिजाइन फाइलों और सामग्रियों के आधार पर विभिन्न उत्पादों को बना सकता है।



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191 देशों में करीब 157 करोड़ छात्र घरों में बंद हैं। ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई बढ़ी है। वर्चुअल रियलिटी, एआई टीचर्स का चलन बढ़ा है। -प्रतीकात्मक फोटो


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